0 फेसबुक पर नक्सलवाद का खुलेआम प्रचार, खुपिया विभाग की नींद उड़ी
0 जनवरी 013 में बना प्रोफाइल, फ्रेंड लिस्ट नेता समेत 293 व्यक्ति शामिल
0 दरभा हमले पर प्रतिक्रिया का चल रहा दौर
नक्सलवाद की गहरी जड़े छत्तीसगढ़ की सरजमीं पर ही नहीं सोशल नेटवर्किंग साइट पर भी जम चुकी है। ब्लॉक, बेवसाइट की दुनिया से निकलकर नक्सली नेता अब फेसबुक, टि्वटर पर भी सक्रिय हो चुके है। दरभा घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमला कर कई बड़े नेताओं की निर्ममतापूर्वक हत्या करके देश व दुनिया भर में सुर्खियों में आए नक्सलियों ने फेसबुक पर नक्सल छत्तीसगढ़ नाम से एक प्रोफाइल बनाया है। इसके जरिए नक्सली नेता नक्सलवाद का खुलेआम प्रचार करने के साथ जंगल की तस्वीरे भी पोस्ट कर रहे है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस फेसबुक प्रोफाइल में फ्रेंड लिस्ट में करीब तीन सौ लोग शामिल है, जिनमें प्रदेश के दर्जन भर से अधिक राजनैतिक दलों से जुड़े लोग भी है। हाल में खुपिया विभाग को इस प्रोफाइल के बारे में ानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। इसके बाद साइबर यूनिट को फेसबुक अकाउंट खंगालने के काम में लगा दिया गया है।
दरभा घाटी में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा में नक्सली हमले के बाद नक्सली नेता अब सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर भी छा गए है। साइबर सेल के सूत्रों के मुताबिक फेसबुक पर नक्सल छत्तीसगढ नाम से एक प्रोफाइल बनाया गया है, जिससे नक्सलवाद का खुलेआम प्रचार किया जा रहा है। यह प्रोफाइल किसने बनाया है, इसकी जांच चल रही है।फिलहाल इसका खुलासा नहीं किया जा सकता। इस प्रोफाइल में मित्र के रूप में प्रदेश के कई बड़े नेताओं सहित 293 लोग शामिल हैं वहीँ कुछ लोग इस प्रोफाइल को फॉलो भी कर रहे हैं। प्रोफाइल में कई स्थानों पर लाल सलाम लिखकर नक्सलियों के कई फोटो अपलोड किए गए हैं।
पटेल के शव के साथ वर्दीधारी नक्सली नेता की फोटो
इस प्रोफाइल में नक्सली हमले में शहीद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के शव के साथ काली वर्दी पहने एक नक्सली नेता नजर आ रहा है। तस्वीर धुंधली होने के कारण नक्सली नेता की पहचान कर पाना मुश्किल है। पुलिस के आला अफसरों ने उस अस्पष्ट चेहरे की पहचान करने के लिए छत्तीसगढ़ में सक्रिय नक्सली नेताओं की फोटा फाइल को खंगालना शुरू कर दिया है।
सीएम व नेताओं के खिलाफ टिप्पणी
फेसबुक प्रोफाइल में दरभा हमले के साथ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत अन्य पक्ष-विपक्ष के कई नेता, मंत्री के खिलाफ जमकर टिपण्णी की गई है। नक्सलवाद के प्रचार के साथ ही आईडी में हिरोइन. ब्राउन सुगर तथा अन्य ड्रग्स की कीमत भी दर्शाई गई है और इसे खरीदने के लिए संपर्क करने के लिए कहा गया है। जिस तरह से फेसबुक पर खुलेआम नक्सलवाद का प्रचार तथा प्रदेश के नेताओं के खिलाफ टिपण्णी की जा रही है. उसे लेकर खुपिया विभाग की नींद उड़ गई है। सूत्रों का कहना है कि यह फेसबुक अकाउंट जनवरी 2013 में बनाया गया है। सूत्रों का यह भी कहना है कि हो सकता है कि नक्सल छत्तीसगढ़ नाम से किसी शरारती तत्व ने फर्जी आईडी बनाई हो या किसी की आईडी हैक कर ली गई होगी, यह जांच में साफ हो जाएगा।
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