Tuesday, June 25, 2013

12 दिन की रिमांड में मूल दस्तावेज जब्त नहीं कर पाई पुलिस

0 रात में बिल्डर के दफ्तर को खंगाला, कुछ दस्तावेज किए जब्त
0 ग्रामीण विधायक नंदकुमार साहू की जमीन दबाने के मामले में फिर से रिमांड पर लेने की तैयारी सरकारी जमीन पर कब्जा और फर्जी दस्तावेजों के सहारे कालोनी निर्माण की अनुज्ञा, ले आउट प्लान स्वीकृत कराने के मामले में बिल्डर संजय बाजपेयी को दो थाने की पुलिस 12 दिन की रिमांड पर लेने के बाद भी अभी तक मूल दस्तावेजों को जब्त नहीं कर पाई। मंगलवार रात को अचानक मूल दस्तावेजों को कब्जे में लेने गोलबाजार पुलिस बिल्डर को साथ लेकर कृष्णा काम्पलेक्स स्थित उसके दफ्तर गई। वहां घंटों छानबीन के बाद कालोनी विकास अनुज्ञा और ले आउट प्लान के कुछ दस्तावेज जब्त करने की खबर है।
बिल्डर बाजपेयी अभी चार दिन की पुलिस रिमांड पर गोलबाजार थाने की अभिरक्षा में है। बुधवार को रिमांड पूरा होने जा रहा है। दोपहर में उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस यह कोशिश कर रही है कि ग्रामीण विधायक नंदकुमार साहू की जमीन दबाने के मामले में बिल्डर को दोबारा रिमांड पर लिया जाए, ताकि इस मामले में भी उससे विस्तृत पूछताछ की जा सके। गोलबाजार टीआई शमशेर खान ने बताया कि बिल्डर से लगातार पूछताछ की जा रही है। उससे काफी अहम जानकारी हाथ लगी है। पूछताछ में बिल्डर ने जमीन व कालोनी निमार्ण की अनुज्ञा के मूल दस्तावेज के संबंध में किसी तरह की जानकारी होने से इंकार किया। उसका कहना था कि मूल दस्तावेज कहां है, उसे नहीं मालूम।  इसके बाद मंगलवार रात 8 बजे उसे पुलिस कृष्णा काम्पलेक्स स्थित उसके दफ्तर लेकर गई। वहां काफी देर तक आलमारी व दराज खंगालने के बाद कुछ दस्तावेज हाथ आए। बुधवार को कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस उसे डूंडा स्थित न्यू स्वागत विहार कालोनी लेकर जाएगी। वहां से भी जमीन के दस्तावेजों जब्त किए जाएंगे। इससे पहले आठ दिन की पुलिस रिमांड लेकर मौदहापारा पुलिस बिल्डर से पूछताछ कर चुकी है।
दस्तावेजों का सत्यापन
पुलिस का कहना है कि बिल्डर से पूछताछ के साथ ही जमीन धोखाधड़ी से संबंधित दस्तावेजों की छानबीन चल रही है। दस्तावेजों का सत्यापन राजस्व अधिकारियों से कराकर उसकी लिखापढ़ी की जा रही है। राजस्व अफसरों व बिल्डर के बयान की कड़ियों को जोड़कर इसकी तस्दीक कर रहे हैं। मंगलवार को मौदहापारा पुलिस ने तत्कालीन अतिरिक्त तहसीलदार पुलक भट्टाचार्य का बयान दर्ज कर उनसे पूछताछ की।
 बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े का खेल
अब तक की जांच यह खुलासा हुआ है कि बिल्डर ने अपनी जमीन के दस्तावेजों में भी बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ की है। पुलिस सूत्रों की मानें तो स्वागत विहार कॉलोनी डूंडा को विकसित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने सारे नियमों को दरकिनार कर जमीन के खेल में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है। इसकी परतें उधड़ना शुरू होते ही अब सबको फंसने का डर सताने लगा है। कुछ अफसरों व सफेदपोश के नाम सामने आए हैं, जिसका खुलासा करने से पुलिस अफसर बच रहे हैं। अब तक दर्जनभर राजस्व अधिकारी-कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं। इनमें पटवारी, तहसीलदार, नगर तथा ग्राम निवेश के अधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं। एक दो दिनों में रजिस्ट्री दफ्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी तलब कर पूछताछ की जाएगी।
गौरतलब है कि जमीन धोखाधड़ी के मामले में फंसे बिल्डर संजय द्वारा कोर्ट में सरेंडर करने के बाद मौदहापारा पुलिस ने दो बार में 8 दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की किंतु उससे ज्यादा कुछ उगलवा नहीं पाई और न मूल दस्तावेज ही जब्त कर सकी।
बिल्डर-पुलिस के बीच सांठगांठ
क्षेत्रीय दल छत्तीसगढ़ी समाज पार्टी ने आरोप लगाया है कि बिल्डर बाजपेयी व पुलिस के बीच सांठगांठ हो गई है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल दुबे, गोवर्धन वर्मा, चेतन देवांगन,बृजबिहारी साहू, अशोक कश्यप ने कहा है कि राजधानी समेत प्रदेश के दो हजार लोग कथित फर्जी ले-आउट, सीमांकन के चक्कर में फंस गए हैं। मामला कोर्ट में जाते ही सारे फर्जी दस्तावेजों में फेरबदल करने की आशंका है। पार्टी ने कहा कि तत्कालीन तहसीलदार, आरआई की गिरफ्तारी होने पर ही बिल्डर बाजपेयी पर कड़ी कार्रवाई संभव है।
बिल्डर बाजपेयी के दफ्तर से जमीन के मूल दस्तावेज जब्त किए गए हैं। अभी उसकी छानबीन चल रही है। बुधवार को उसे कोर्ट में पेश करेंगे। अभी दूसरे मामले में भी पूछताछ करने उसे फिर पुलिस रिमांड पर लेने की कोशिश की जाएगी।
डा.लाल उमेद सिंह
एडिशनल एसपी (सिटी)
 

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