Saturday, June 8, 2013

नौकरी के नाम पर शारीरिक शोषण

दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से किशोरियों को काम में लगवाने वाले एजेंसी संचालक को पुलिस ने युवती की सहायता से गिरफ्तार कर लिया है। एजेंसी संचालक दिल्ली में युवती का दैहिक शोषण के साथ मारपीट भी करता था। इस संबंध में कोतवाली टीआई गोपाल वैश्य ने बताया कि दुलदुला खुटीटोली की एक 20 वर्षीय युवती ने पुलिस को सूचना दी थी कि दिल्ली की एक प्लेसमेंट एजेंसी का संचालक उसे लेने के लिए आया हुआ है। युवती की सूचना पर पुलिस ने संचालक को घेराबंदी कर आरा चौकी क्षेत्र के ग्राम बोकी बरटोली से गिरफ्तार कर लिया। श्री वैश्य ने बताया कि 4 वर्ष पहले दुलदुला खुटीटोली की एक 16 वर्षीय किशोरी अपनी सहेली से मिलने के लिए जशपुर थाना क्षेत्र के ग्राम बालाछापर आई थी। वहां उसकी सहेली का जीजा महावीर कुम्हार उसे मिला। उसने किशोरी को बताया कि उसने उसकी सहेली को दिल्ली भेज दिया है।महावीर ने किशोरी को भी अच्छा काम दिलाने का झांसा दिया। वह युवती को दिल्ली ले जाने के नाम पर अपने साथ झारखंड के गुमला जिले के डोभडोभी ले गया था। वहां उसने उसे अपने साथ दो दिनों तक रखा। दो दिन के बाद उसे  गुमला ले गया और उसे दिल्ली में संचालित सिटीजन सर्विस प्लेसमेंट एजेंसी, तैमूर नगर दिल्ली के संचालक मनोज सिंह राजपूत पिता दीपू सिंह (30) निवासी गोभंडी को सौंप दिया।मनोज युवती को अपने साथ लेकर चला गया और उसे कानपुर में एक कोठी में काम में लगा दिया था। वहां उसे काम के बदले 1500 रुपये मिलते थे। युवती ने वहां 5 माह तक काम किया। इसी बीच युवती की तबीयत खराब हो जाने के बाद उसे वापस अपने पास बुला लिया था।मनोज सिंह ने इस दौरान किशोरी को बार-बार फोन कर वापस बुलाना चाहा, पर किशोरी जाने को तैयार नहीं हो रही थी। उसने मनोज को ही लेने आने के लिए गांव रविवार को बुला
लिया। मनोज को गांव बुलाने के बाद किशोरी अपने गांव से अपने मामा के घर आरा चौकी क्षेत्र के ग्राम बोकीबर टोली चली गई थी। जब मनोज सिंह को पता चला कि किशोरी अपने मामा के घर में है, तो वह भी उसके मामा के घर मंगलवार की सुबह पहुंच गया। मनोज के पहुंचते ही किशोरी ने इसकी सूचना जशपुर थाना में दे दी। इस पर टीआई गोपाल वैश्य ने एक टीम बना कर वहां भेजा। पुलिस टीम ने आरा में घेराबंदी कर आरोपी मनोज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। दैहिक शोषण से मां बनी किशोरी, बच्ची की मौत श्री वैश्य ने बताया कि किशोरी 5 माह तक कानपुर में काम करने के बाद जब मनोज सिंह के पास वापस आई तो उसने किशोरी का दैहिक शोषण करना शुरू कर दिया। इसके बाद मनोज ने किशोरी को दिल्ली के लाजपत नगर में एक पंजाबी परिवार में घरेलू काम के लिए लगा दिया था। किशोरी दो माह तक काम करने के बाद वापस मनोज सिंह के पास आ गई। मनोज सिंह इस दौरान 9 माह तक किशोरी का दैहिक शोषण करता रहा। इस दौरान किशोरी गर्भवती हो गई। जिसके बाद मनोज सिंह ने उसे उसके गांव दुलदुला वापस भेजा दिया। जनवरी 2012 में किशोरी ने एक बच्ची को जन्म दिया। तीन दिनों के बाद नवजात की मौत हो गई। इसके बाद मनोज सिंह ने फिर किशोरी को फोन कर दिल्ली वापस बुला लिया और उसे इंद्रपुरी में घरेलू कार्य में लगा दिया। इस दौरान उसने किशोरी को कई स्थानों पर काम में लगाया। वह किशोरी को कहीं जाने नहीं देता था। युवती की रिपोर्ट पर धारा 363, 366 क, 370, 371, 376 का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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