0 संभाग की तीन सीटों से हटाए जा सकते हैं वर्तमान विधायक
0 अन्य दिग्गज दावेदारों के लिए खाली कराने की तैयारी
सरगुजा संभाग में भाजपा का राजनीतिक समीकरण अब बदलने लगा है। संभाग में वैसे तो पांच सामान्य सीटे हैं, लेकिन तीन सीटों पर टिकट को लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक एक ओर जहां संभाग की दो सामान्य सीट प्रेमनगर और भटगांव में वर्तमान विधायक क्रमश: रेणुका सिंह और रजनी त्रिपाठी को हटाकर दिग्गजों के लिए सीट खाली कराने को कोशिशें तेज हो गई हैं, वहीं अन्य सामान्य सीट अंबिकापुर में भी दावेदारी उभरने लगी है। आरक्षित सीट भरतपुर सोनहट में प्रेमनगर से वर्तमान विधायक रेणुका सिंह को भेजने की तैयारी है और यदि ऐसा होता है तो यहां के वर्तमान विधायक फूलचंद सिंह को यह छोड़ना पड़ सकता है। कुल मिलाकर संभाग के इन समीकरणों के बीच संगठन को टिकट बंटवारे को लेकर काफी माथापच्ची का सामना करना पड़ सकता है।
सूरजपुर जिले के प्रेमनगर सीट पर रेणुका सिंह पिछले दो बार से विधायक हैं और पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस सीट पर भीमसेन अग्रवाल और जिला अध्यक्ष अजय अग्रवाल की दावेदारी तेज हो गई है। यह सीट सामान्य है, लिहाजा सामान्य वर्ग से संबंध रखने वाले दोनों ही नेताओं की दावेदारी को पार्टी के आला नेताओं का भी समर्थन प्राप्त है। ऐसे में चर्चा है कि रेणुका सिंह को आरक्षित सीट भरतपुर सोनहट भेजा जा सकता है, लेकिन इस सीट पर भी भाजपा के ही विधायक फूलचंद सिंह काबिज हैं। यदि पार्टी फैसला लेती है कि इस सीट पर रेणुका सिंह को चुनाव मैदान में उतारा जाए तो दो विकल्प ही बचते हैं कि फूलचंद सिंह को दूसरी जगह से टिकट दिलाया जाए या फिर इस बार उन्हें टिकट न दिया जाए।
भटगांव में पैकरा की नजर
इधर पिछले चुनाव में प्रतापपुर से चुनाव हार गए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष इस बार भटगांव सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं क्योंकि परिसीमन के बाद प्रतापपुर विधानसभा का अधिकांश हिस्सा भटगांव में आ गया है। भटगांव में वर्तमान विधायक रजनी त्रिपाठी हैं, जो पूर्व विधायक स्व. रविशंकर त्रिपाठी की पत्नी हैं और करीब डेढ़ साल तक विधायक रहने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। उपचुनाव में उनकी पत्नी रजनी त्रिपाठी को भाजपा ने टिकट दी और वह इस सीट से विधायक बनीं। हालांकि कहा जा रहा है कि रजनी त्रिपाठी इस सीट को छोड़ने के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि पिछले तीन वर्षों से उन्होंने इस सीट पर ही तैयारी की है। नईदुनिया से चर्चा के दौरान उन्हांेने कहा कि पार्टी जो फैसला करेगी, वह स्वीकार होगा, लेकिन जिस सीट पर हमने तैयारी की है, उसे कैसे छोड़ दें? रही बात पार्टी को तो पार्टी बदलने का फैसला लेती है तो अन्य विकल्प हमारे पास नहीं है।
अंबिकापुर में भी दावेदारी
अंबिकापुर सीट पर फिलहाल कांग्रेस के विधायक टीएस सिंहदेव काबिज हैं और यहां भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अनुराग सिंहदेव का नाम दावेदार के तौर पर सबसे उपर चल रहा है। उन्हें राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह सहित मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का समर्थन भी है। हालांकि इस सीट पर हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष मेजर अनिल सिंह और भारतीय मजदूर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी भी दावेदारी कर रहे हैं।
प्रतापपुर से लड़ना चाहते हैं नेताम
राज्य के जलसंसाधन मंत्री रामविचार नेताम भी अपनी वर्तमान सीट रमानुजगंज को बदलकर प्रतापपुर से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं। इस सीट पर पिछले चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष रामसेवक पैकरा चुनाव हार गए थे। हालांकि उन्होंने अभी तक तैयारी प्रतापपुर की सीट पर ही की है, लेकिन भटगांव सीट से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा से इस बात को और बल मिल गया है कि श्री नेताम अपनी सीट बदलकर प्रतापपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं सूत्र बताते हैं कि यदि यह सीट उन्हें नहीं मिलती तो कांग्रेस के कब्जे वाली इस सीट पर अपनी पत्नी का नाम आगे कर सकते हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि प्रतापपुर से श्री नेताम ने तैयारी भी शुरू कर दी है। हालांकि नईदुनिया से चर्चा के दौरान उन्हांेने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि संगठन जहां से कहेगा, वहां से हम चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
मनेन्द्रगढ़ बदलाव की संभावना कम
संभाग की मनेन्द्रगढ़ विधानसभा सीट पर बदलाव के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। पार्टी के आला नेता भी नाम न छापने की शर्त पर यह स्वीकार कर रहे हैं कि दोनों ही सीटों का समीकरण वर्तमान विधायकों के पक्ष में है। एक ओर जहां मनेन्द्रगढ़ में दीपक पटेल विधायक हैं और चिरमिरी इलाके में उनका जनाधार है। इस इलाके में मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के 70 फीसदी वोटर हैं, वहीं मनेन्द्रगढ़ ब्लाक के 30 फीसदी। हालांकि इस सीट पर श्याम बिहारी जायसवाल और सुदर्शन अग्रवाल भी दावेदारी कर रहे हैं।
बैकुण्ठपुर में भी भैयालाल का पलड़ा भारी
बैकुण्ठपुर विधानसभा सीट पर पार्टी संसदीय सचिव भैयालाल राजवाड़े को जातिगत समीकरण के आधार पर दोबारा मौका दे सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक राजवाड़े वोटर सूरजपुर विधानसभा को भी इफेक्ट करता है। साथ ही इलाके से कांग्रेसियों को बड़ी संख्या में तोड़कर श्री राजवाड़े ने भाजपा में प्रवेश दिलाया है। ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस की भी मुसीबत बढ़ सकती है। इधर सीट पर पूर्व में श्री रजवाड़े के करीबी और नगर पालिका चुनाव में निर्दलीय जीतकर आए शेलेष शिवहरे को भी दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उनके भाजपा में वापसी की भी कोशिशें चल रही है। साथ ही धीरज गुप्ता और जगदीश साहू भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं।
संभाग की सीटों पर वर्तमान विधायक
सीट विधायक
भरतपुर फूलचंद सिंह (भाजपा)
मनेन्द्रगढ़ दीपक पटेल (भाजपा)
बैकुण्ठपुर भैयालाल रजवाड़े (भाजपा)
प्रेमनगर रेणुका सिंह (भाजपा)
भटगांव रजनी त्रिपाठी (भाजपा)
प्रतापपुर प्रेमसाय सिंह (कांग्रेस)
रमानुजगंज रामविचार नेताम (भाजपा)
सामरी सिद्धनाथ पैकरा (भाजपा)
लुण्ड्रा रामदेव राम (कांग्रेस)
अंबिकापुर टीएस सिंहदेव (कांग्रेस)
सीतापुर अमरजीत भगत (कांग्रेस)
जशपुर जगेश्वरराम भगत (भाजपा)
कुनकुरी भरत साय (भाजपा)
पत्थलगांव रामपुकार सिंह (कांग्रेस)
लैलुंगा ह्दय राम राठिया (कांग्रेस)
0 अन्य दिग्गज दावेदारों के लिए खाली कराने की तैयारी
सरगुजा संभाग में भाजपा का राजनीतिक समीकरण अब बदलने लगा है। संभाग में वैसे तो पांच सामान्य सीटे हैं, लेकिन तीन सीटों पर टिकट को लेकर जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक एक ओर जहां संभाग की दो सामान्य सीट प्रेमनगर और भटगांव में वर्तमान विधायक क्रमश: रेणुका सिंह और रजनी त्रिपाठी को हटाकर दिग्गजों के लिए सीट खाली कराने को कोशिशें तेज हो गई हैं, वहीं अन्य सामान्य सीट अंबिकापुर में भी दावेदारी उभरने लगी है। आरक्षित सीट भरतपुर सोनहट में प्रेमनगर से वर्तमान विधायक रेणुका सिंह को भेजने की तैयारी है और यदि ऐसा होता है तो यहां के वर्तमान विधायक फूलचंद सिंह को यह छोड़ना पड़ सकता है। कुल मिलाकर संभाग के इन समीकरणों के बीच संगठन को टिकट बंटवारे को लेकर काफी माथापच्ची का सामना करना पड़ सकता है।
सूरजपुर जिले के प्रेमनगर सीट पर रेणुका सिंह पिछले दो बार से विधायक हैं और पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस सीट पर भीमसेन अग्रवाल और जिला अध्यक्ष अजय अग्रवाल की दावेदारी तेज हो गई है। यह सीट सामान्य है, लिहाजा सामान्य वर्ग से संबंध रखने वाले दोनों ही नेताओं की दावेदारी को पार्टी के आला नेताओं का भी समर्थन प्राप्त है। ऐसे में चर्चा है कि रेणुका सिंह को आरक्षित सीट भरतपुर सोनहट भेजा जा सकता है, लेकिन इस सीट पर भी भाजपा के ही विधायक फूलचंद सिंह काबिज हैं। यदि पार्टी फैसला लेती है कि इस सीट पर रेणुका सिंह को चुनाव मैदान में उतारा जाए तो दो विकल्प ही बचते हैं कि फूलचंद सिंह को दूसरी जगह से टिकट दिलाया जाए या फिर इस बार उन्हें टिकट न दिया जाए।
भटगांव में पैकरा की नजर
इधर पिछले चुनाव में प्रतापपुर से चुनाव हार गए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष इस बार भटगांव सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं क्योंकि परिसीमन के बाद प्रतापपुर विधानसभा का अधिकांश हिस्सा भटगांव में आ गया है। भटगांव में वर्तमान विधायक रजनी त्रिपाठी हैं, जो पूर्व विधायक स्व. रविशंकर त्रिपाठी की पत्नी हैं और करीब डेढ़ साल तक विधायक रहने के बाद उनकी मृत्यु हो गई। उपचुनाव में उनकी पत्नी रजनी त्रिपाठी को भाजपा ने टिकट दी और वह इस सीट से विधायक बनीं। हालांकि कहा जा रहा है कि रजनी त्रिपाठी इस सीट को छोड़ने के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि पिछले तीन वर्षों से उन्होंने इस सीट पर ही तैयारी की है। नईदुनिया से चर्चा के दौरान उन्हांेने कहा कि पार्टी जो फैसला करेगी, वह स्वीकार होगा, लेकिन जिस सीट पर हमने तैयारी की है, उसे कैसे छोड़ दें? रही बात पार्टी को तो पार्टी बदलने का फैसला लेती है तो अन्य विकल्प हमारे पास नहीं है।
अंबिकापुर में भी दावेदारी
अंबिकापुर सीट पर फिलहाल कांग्रेस के विधायक टीएस सिंहदेव काबिज हैं और यहां भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अनुराग सिंहदेव का नाम दावेदार के तौर पर सबसे उपर चल रहा है। उन्हें राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह सहित मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का समर्थन भी है। हालांकि इस सीट पर हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष मेजर अनिल सिंह और भारतीय मजदूर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सोनी भी दावेदारी कर रहे हैं।
प्रतापपुर से लड़ना चाहते हैं नेताम
राज्य के जलसंसाधन मंत्री रामविचार नेताम भी अपनी वर्तमान सीट रमानुजगंज को बदलकर प्रतापपुर से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं। इस सीट पर पिछले चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष रामसेवक पैकरा चुनाव हार गए थे। हालांकि उन्होंने अभी तक तैयारी प्रतापपुर की सीट पर ही की है, लेकिन भटगांव सीट से उनके चुनाव लड़ने की चर्चा से इस बात को और बल मिल गया है कि श्री नेताम अपनी सीट बदलकर प्रतापपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं सूत्र बताते हैं कि यदि यह सीट उन्हें नहीं मिलती तो कांग्रेस के कब्जे वाली इस सीट पर अपनी पत्नी का नाम आगे कर सकते हैं। पार्टी सूत्र बताते हैं कि प्रतापपुर से श्री नेताम ने तैयारी भी शुरू कर दी है। हालांकि नईदुनिया से चर्चा के दौरान उन्हांेने इस बात से इंकार करते हुए कहा कि संगठन जहां से कहेगा, वहां से हम चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।
मनेन्द्रगढ़ बदलाव की संभावना कम
संभाग की मनेन्द्रगढ़ विधानसभा सीट पर बदलाव के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। पार्टी के आला नेता भी नाम न छापने की शर्त पर यह स्वीकार कर रहे हैं कि दोनों ही सीटों का समीकरण वर्तमान विधायकों के पक्ष में है। एक ओर जहां मनेन्द्रगढ़ में दीपक पटेल विधायक हैं और चिरमिरी इलाके में उनका जनाधार है। इस इलाके में मनेन्द्रगढ़ विधानसभा के 70 फीसदी वोटर हैं, वहीं मनेन्द्रगढ़ ब्लाक के 30 फीसदी। हालांकि इस सीट पर श्याम बिहारी जायसवाल और सुदर्शन अग्रवाल भी दावेदारी कर रहे हैं।
बैकुण्ठपुर में भी भैयालाल का पलड़ा भारी
बैकुण्ठपुर विधानसभा सीट पर पार्टी संसदीय सचिव भैयालाल राजवाड़े को जातिगत समीकरण के आधार पर दोबारा मौका दे सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक राजवाड़े वोटर सूरजपुर विधानसभा को भी इफेक्ट करता है। साथ ही इलाके से कांग्रेसियों को बड़ी संख्या में तोड़कर श्री राजवाड़े ने भाजपा में प्रवेश दिलाया है। ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस की भी मुसीबत बढ़ सकती है। इधर सीट पर पूर्व में श्री रजवाड़े के करीबी और नगर पालिका चुनाव में निर्दलीय जीतकर आए शेलेष शिवहरे को भी दावेदार के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उनके भाजपा में वापसी की भी कोशिशें चल रही है। साथ ही धीरज गुप्ता और जगदीश साहू भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं।
संभाग की सीटों पर वर्तमान विधायक
सीट विधायक
भरतपुर फूलचंद सिंह (भाजपा)
मनेन्द्रगढ़ दीपक पटेल (भाजपा)
बैकुण्ठपुर भैयालाल रजवाड़े (भाजपा)
प्रेमनगर रेणुका सिंह (भाजपा)
भटगांव रजनी त्रिपाठी (भाजपा)
प्रतापपुर प्रेमसाय सिंह (कांग्रेस)
रमानुजगंज रामविचार नेताम (भाजपा)
सामरी सिद्धनाथ पैकरा (भाजपा)
लुण्ड्रा रामदेव राम (कांग्रेस)
अंबिकापुर टीएस सिंहदेव (कांग्रेस)
सीतापुर अमरजीत भगत (कांग्रेस)
जशपुर जगेश्वरराम भगत (भाजपा)
कुनकुरी भरत साय (भाजपा)
पत्थलगांव रामपुकार सिंह (कांग्रेस)
लैलुंगा ह्दय राम राठिया (कांग्रेस)
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