Thursday, May 30, 2013

सलवा जुडूम के नेताओं को जान से मारने की धमकी..

छत्तीसगढ़ के सुकमा में कांग्रेस काफिले में हमले के बाद नक्सली अपनी दहशत को कम नहीं होने देना चाहते हैं। 25 मई को दरभा घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस के नेताओं सहित 30 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। अभी ये मामला शांत भी नहीं हुआ है कि फिर से नक्सलियों ने सुकमा कलेक्टर के नाम खत जारी कर सलवा जुडूम के नेताओं को जान से मारने की धमकी दी है। यही नहीं, खुफिया एजेंसियों से सरकार को जो खबरें मिल रही हैं, उसके मुताबिक नक्सलियों के निशाने पर अब बड़े शहर हैं।

सुकमा के पास दरभा में जो कुछ हुआ उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। खुफिया एजेंसियों को भनक लगी है कि नक्सली दरभा की ही तरह और हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहे हैं और इस बार उनके निशाने पर देश के बड़े शहर हो सकते हैं। केंद्र और राज्य सरकारों को मिली खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक नक्सली अब बड़े शहरों को निशाना बनाने की ताक में हैं। नक्सलियों के निशाने पर देश की राजधानी दिल्ली भी है। पुणे पर हमले के लिए भी नक्सली ठोस रणनीति बना रहे हैं। इसके अलावा नक्सल प्रभावित इलाकों से सटे बड़े शहर भी नक्सलियों के निशाने पर हो सकते हैं। खुद गृह मंत्री ने भी नक्सलियों से मिले रहे खतरों को माना है। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि हां, जिस तरह से नक्सलियों ने सुकमा में कांग्रेसियों को निशाना बनाया है। उसे देखकर यह कहा जा सकता कि नक्सली के निशाने पर बड़े शहर भी हैं। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अपना असर दिखाने के लिए नक्सली अपने प्रभाव वाले इलाके से बाहर निकलने की फिराक में हैं। इसके पीछे उनका मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों का ध्यान खींचना और अपने कैडरों का हौंसला बढ़ाना है। सूत्रों के मुताबिक, माओवादियों की निराशा का अंदाजा उनके शीर्ष नेताओं के बीच हुई बातचीत से लगाया जा सकता है। सुरक्षा एजेंसियों ने माओवादियों के कुछ शीर्ष नेताओं के बीच होने वाली बातचीत सुनी है जो छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा के घने जंगलों में छिपे हुए हैं।खुफिया एजेंसियों की माने तो नक्सलियों के निशाने पर देश के बड़े-बड़े नेता भी हैं। दरभा मामले के बाद राज्य और केंद्र सरकार सचेत है और सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया गया है। इस बीच सुकमा के कलेक्टर को डाक से भेजा गया एक खत मिला है। खत लिखने वाले ने खुद के माओवादी होने का दावा किया है और लिखा है कि सलवा जुडूम के सदस्यों और पुलिस के मददगारों को दरभा जैसा ही जवाब दिया जाएगा। नक्सलियों ने खत के जरिए सलवा जुडूम के नेताओं को जान से मारने की धमकी दी है। नक्सलियों ने बाकायदा सलवा जुडूम नेताओं और पुलिस के मददगारों का नाम भी खत में लिखा है। नक्सलियों के दरभा डिविजनल कमिटी ने बस्तर में तैनात सीआरपीएफ को हटाने की मांग की है और उनके खिलाफ चल रहे ऑपरेशन ग्रीन हंट को बंद करने को कहा है। इसी तरह राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विकास यात्रा और कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को बंद करने की भी चेतावनी दी है। नक्सलियों के जेल में बंद साथियों को भी रिहा करने की मांग दरभा कमेटी ने पत्र में किया है। साफ है, दरभा हमले के बाद नक्सलियों का हौसला बढ़ा है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार की तरफ से नक्सलियों पर जल्द लगाम लगाने के दावे किए जा रहे हैं।

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