आईपीएल में घुसा अंडरवर्ल्ड
कई बड़े कारोबारी कर रहे डी कंपनी के लिए काम
अब तक दांव पर लग चुके दो सौ करोड़ से अधिक
आईपीएल के रास्ते अंडरवर्ल्ड की घुसपैठ छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों से लेकर कस्बों तक हो गई है। पुराने खाईवालों को अलावा कई बड़े सफेदपोश कारोबारी अंडरवर्ल्ड के लिए क्रिकेट सट्टा खिला रहे हैं। उनमें से कुछ का अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के खास लोगों से सीधा सम्पर्क भी है। आईपीएल के इस सीजन में स्थानीय खाईवालों के मार्फत अंडरवर्ल्ड अब तक छत्तीसगढ़ से दो सौ करोड़ से अधिक का सट्टा कारोबार कर चुका है।
छत्तीसगढ़ में क्रिकेट सट्टा डेढ़-दो दशक से चल रहा है, लेकिन तब स्थानीय खाईवालों के तार अंडरवर्ल्ड तक नहीं जुड़े थे। दिल्ली और मुंबई से सट्टा ऑपरेट होता था। भले ही दिल्ली और मुंबई के बड़े खाईवालों का कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से रहा होगा। आईपीएल ने स्थानीय खाईवालों का सीधा कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से जोड़ दिया है। आईपीएल की शुस्र्आत वर्ष 2008 से हुई है। पहले सीजन में अंडरवर्ल्ड ने प्रदेश के खाईवालों से सीधे सम्पर्क नहीं किया। नागपुर, मुंबई और दिल्ली में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन के गुर्गों ने राजधानी के दो-तीन बड़े खाईवालों को ही संपर्क में लिया था। उन्हीं खाईवालों ने रायपुर समेत प्रदेश के दूसरे जिलों के छोटे खाईवालों से संपर्क कर आईपीएल क्रिकेट सट्टा खिलाया। दूसरे-तीसरे सीजन तक तो ऐसा ही चला। उसके बाद कुछ और खाईवाल और बड़े कारोबारियों ने भी नागपुर, मुंबई और दिल्ली का चक्कर लगाना शुरू किया। इन बड़े शहरों में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन के गुर्गों से लिंक तलाश लिया है। इसमें रायपुर के अलावा दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर के पुराने खाईवाल और कारोबारी शामिल हैं।
कस्बों से चल रहा करोड़ों का सट्टा
अंडरवर्ल्ड सीधे तौर पर कस्बों तक नहीं पहुंचा है, लेकिन उसक सम्पर्क में रहने वाले बड़े खाईवालों ने अपनी घुसपैठ बना ली है। इसमें सबसे ऊपर भाटापारा का नाम है। भाटापारा में छोटे खाईवालों की भरमार है। यहां चाहे आईपीएल हो या फिर क्रिकेट को कोई और मैच सट्टे का बड़ा कारोबार होता है। सूत्रों के अनुसार अभी आईपीएल में केवल भाटापारा से ही करोड़ों का सट्टा हुआ है। भाटापारा समेत प्रदेश के अन्य कस्बों में चेन सिस्टम से आईपीएल क्रिकेट सट्टा चल रहा है। यहां के खाईवालों का संबंध राजधानी, दुर्ग-भिलाई या बिलासपुर में बैठे खाईवालों से है। इन तीनों शहरों के खाईवाल नागपुर और मुंबई में बैठे अंडरवर्ल्ड के लोगों से जुड़े हैं।
हर साल बढ़ा कारोबार
सूत्रों की मानें तो पहले आईपीएल सीजन में सट्टे का छत्तीसगढ़ में 25 से 30 करोड़ का कारोबार हुआ था। दूसरे सीजन में यह कारोबार 40-45 करोड़ पहुंच गया। तीसरे सीजन में आईपीएल सट्टे का बाजार 65-70 के पार पहुंचा। चौथे सीजन में सौ करोड़ के सट्टे का अनुमान लगाया गया था। पांचवें सीजन में खाईवालों के लिए छत्तीसगढ़ का सट्टा बाजार डेढ़ सौ करोड़ पहुंच गया। छठे सीजन के खत्म होने से पहले ही दो सौ करोड़ का कारोबार हो चुका है।
पाक से चल रहा नापाक खेल
देश के खुफियातंत्र की रिपोर्ट है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम दुबई को छोड़कर अब पाकिस्तान में रह रहा है। कुछ न्यूज चैनल्स ने भी इसका खुलासा किया है। खुफियातंत्र की ही रिपोर्ट है कि दाउद के सारे काले धंधे पाकिस्तान से ही चल रहे हैं।
अंडरवर्ल्ड के अड्डों में डेरा
राजधानी समेत कुछ और बड़े शहरों के खाईवाल छत्तीसगढ़ में क्रिकेट सट्टा के बाजार को इतना बड़ा कर दिया है कि अब वे अंडरवर्ल्ड के करीबी हो गए हैं। इसी कारण इन खाईवालों का अंडरवर्ल्ड के लोगों के साथ सीधे तौर पर उठना-बैठना हो गया है। ऐसे खाईवाल अंडरवर्ल्ड के अड्डों में बैठकर प्रदेश में सट्टा खिला रहे हैं। उनके लोग यहां सक्रिय हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार राजधानी के कटोरातालाब का एक खाईवाल भी उन्हीं में से एक है। आईपीएल शुरू होने के पहले से वह नागपुर में डेरा डाले हुए है। पुलिस के मुताबिक उसका भी अंडरवर्ल्ड से सीधा कनेक्शन है।
सफेदपोश कारोबारियों के काले काम
राजधानी पुलिस कटोरातालाब के जिस खाईवाल के ठिकाने का पता लगाने में जुटी है, वह सफेदपोश कारोबारी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस खाईवाल का इवेंट मैनेजमेंट का काम रहा है। पुलिस को आशंका है कि अभी कुछ और सफेदपोश कारोबारियों का नाम सट्टा में जुड़ सकता है।
आईपीएल मैच पर एक करोड़ का सट्टा खिलवाते पकड़े गए आम्रपाली शांति रेसीडेंसी निवासी संजू उर्फ संजय उर्फ रमेश कुमार त्रेहन को कोर्ट से जमानत मिल गई। संजय के खिलाफ गुढ़ियारी पुलिस ने 4 जुआ एक्ट के साथ ही पृथक से धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किया जहां उसके द्वारा लगाए गए जमानत को मंजूर कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि संजय उर्फ रमेश त्रेहन क्रिकेट सट्टे छोटा खाईवाल है। उसका बॉस भाटापारा का चर्चित खाईवाल नरेश उर्फ नेसी मंधानी है। वह आईपीएल मैच के शुरू होने से पहले नरेश नागपुर में अपना अड्डा जमाकर बैठा है। वह नागपुर से ही रायपुर में दर्जन भर से अधिक बुकियों को बैठाकर आईपीएल के हर मैच पर करोड़ों का दावं लगवा रहा है। नेसी के तार शहर के सबसे बड़े खाईवाल से जुड़े निकले है। कटोरातालाब इलाके का रहने वाले इस खाईवाल के लिंक मुंबई के डी कंपनी से जुड़े निकले है। आईपीएल के अलावा अन्य क्रिकेट मैचों के दौरान वह शहर से महीने तक गायब रहकर मुंबई के ठाणे इलाके में जाकर बैठ जाता है। उसी ने रमेश को नागपुर में बैठाया है। रायपुर समेत आसपास के जिलों में बुकियों के माध्यम से वह करोड़ों की सट्टेबाजी का खेल कर रहा है। संजय ने जब उसके नाम का खुलासा किया तो पुलिस व क्राइम ब्रांच के कान खड़े हो गए। उसके लिंक अंडरवर्ल्ड दाउद गैंग से जुड़े होने के संकेत मिले है। नेसी के जरिए ही जाहिद, श्यामू, हुसैन, मुन्नाा, अनिस तथा राजीत नामक सटोरियों को सट्टे का लाइन देकर करोड़ों के दावं लगवाए जा रहे है। पुलिस इन सभी की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि नरेश के पकड़े जाने की खबर मिलते ही सारे सटोरिए पुलिस के हाथ लगने से बचने भूमिगत हो गए है। फिलहाल नेसी का लोकेशन नागपुर में ही मिले है। उसकी खोज में पुलिस के जासूस लग गए है।
हवाला में भी दखल
पुलिस के जानकार सूत्रों की माने तो आईपीएल-6 के स्पॉट फिक्सिंग में भाटापारा के जिस नेसी मंधानी का नाम सामने आया है, उसके लिंक मुंबई के बड़े खाईवाल से जुड़े हुए है। इसमें एक बड़ा खाईवाल रायपुर का रहने वाला है। वह क्रिकेट पर सट्टा लगवाने के साथ हवाला के कारोबार में भी बड़ा दखल रखता है। हर शनिवार को रायपुर के हवाला कारोबारियों के माध्यम से करोड़ों का भुगतान मुबंई में बैठे उसी खाईवाल के इशारे पर होता है।
कई बड़े कारोबारी कर रहे डी कंपनी के लिए काम
अब तक दांव पर लग चुके दो सौ करोड़ से अधिक
आईपीएल के रास्ते अंडरवर्ल्ड की घुसपैठ छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों से लेकर कस्बों तक हो गई है। पुराने खाईवालों को अलावा कई बड़े सफेदपोश कारोबारी अंडरवर्ल्ड के लिए क्रिकेट सट्टा खिला रहे हैं। उनमें से कुछ का अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के खास लोगों से सीधा सम्पर्क भी है। आईपीएल के इस सीजन में स्थानीय खाईवालों के मार्फत अंडरवर्ल्ड अब तक छत्तीसगढ़ से दो सौ करोड़ से अधिक का सट्टा कारोबार कर चुका है।
छत्तीसगढ़ में क्रिकेट सट्टा डेढ़-दो दशक से चल रहा है, लेकिन तब स्थानीय खाईवालों के तार अंडरवर्ल्ड तक नहीं जुड़े थे। दिल्ली और मुंबई से सट्टा ऑपरेट होता था। भले ही दिल्ली और मुंबई के बड़े खाईवालों का कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से रहा होगा। आईपीएल ने स्थानीय खाईवालों का सीधा कनेक्शन अंडरवर्ल्ड से जोड़ दिया है। आईपीएल की शुस्र्आत वर्ष 2008 से हुई है। पहले सीजन में अंडरवर्ल्ड ने प्रदेश के खाईवालों से सीधे सम्पर्क नहीं किया। नागपुर, मुंबई और दिल्ली में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन के गुर्गों ने राजधानी के दो-तीन बड़े खाईवालों को ही संपर्क में लिया था। उन्हीं खाईवालों ने रायपुर समेत प्रदेश के दूसरे जिलों के छोटे खाईवालों से संपर्क कर आईपीएल क्रिकेट सट्टा खिलाया। दूसरे-तीसरे सीजन तक तो ऐसा ही चला। उसके बाद कुछ और खाईवाल और बड़े कारोबारियों ने भी नागपुर, मुंबई और दिल्ली का चक्कर लगाना शुरू किया। इन बड़े शहरों में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन के गुर्गों से लिंक तलाश लिया है। इसमें रायपुर के अलावा दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर के पुराने खाईवाल और कारोबारी शामिल हैं।
कस्बों से चल रहा करोड़ों का सट्टा
अंडरवर्ल्ड सीधे तौर पर कस्बों तक नहीं पहुंचा है, लेकिन उसक सम्पर्क में रहने वाले बड़े खाईवालों ने अपनी घुसपैठ बना ली है। इसमें सबसे ऊपर भाटापारा का नाम है। भाटापारा में छोटे खाईवालों की भरमार है। यहां चाहे आईपीएल हो या फिर क्रिकेट को कोई और मैच सट्टे का बड़ा कारोबार होता है। सूत्रों के अनुसार अभी आईपीएल में केवल भाटापारा से ही करोड़ों का सट्टा हुआ है। भाटापारा समेत प्रदेश के अन्य कस्बों में चेन सिस्टम से आईपीएल क्रिकेट सट्टा चल रहा है। यहां के खाईवालों का संबंध राजधानी, दुर्ग-भिलाई या बिलासपुर में बैठे खाईवालों से है। इन तीनों शहरों के खाईवाल नागपुर और मुंबई में बैठे अंडरवर्ल्ड के लोगों से जुड़े हैं।
हर साल बढ़ा कारोबार
सूत्रों की मानें तो पहले आईपीएल सीजन में सट्टे का छत्तीसगढ़ में 25 से 30 करोड़ का कारोबार हुआ था। दूसरे सीजन में यह कारोबार 40-45 करोड़ पहुंच गया। तीसरे सीजन में आईपीएल सट्टे का बाजार 65-70 के पार पहुंचा। चौथे सीजन में सौ करोड़ के सट्टे का अनुमान लगाया गया था। पांचवें सीजन में खाईवालों के लिए छत्तीसगढ़ का सट्टा बाजार डेढ़ सौ करोड़ पहुंच गया। छठे सीजन के खत्म होने से पहले ही दो सौ करोड़ का कारोबार हो चुका है।
पाक से चल रहा नापाक खेल
देश के खुफियातंत्र की रिपोर्ट है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम दुबई को छोड़कर अब पाकिस्तान में रह रहा है। कुछ न्यूज चैनल्स ने भी इसका खुलासा किया है। खुफियातंत्र की ही रिपोर्ट है कि दाउद के सारे काले धंधे पाकिस्तान से ही चल रहे हैं।
अंडरवर्ल्ड के अड्डों में डेरा
राजधानी समेत कुछ और बड़े शहरों के खाईवाल छत्तीसगढ़ में क्रिकेट सट्टा के बाजार को इतना बड़ा कर दिया है कि अब वे अंडरवर्ल्ड के करीबी हो गए हैं। इसी कारण इन खाईवालों का अंडरवर्ल्ड के लोगों के साथ सीधे तौर पर उठना-बैठना हो गया है। ऐसे खाईवाल अंडरवर्ल्ड के अड्डों में बैठकर प्रदेश में सट्टा खिला रहे हैं। उनके लोग यहां सक्रिय हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार राजधानी के कटोरातालाब का एक खाईवाल भी उन्हीं में से एक है। आईपीएल शुरू होने के पहले से वह नागपुर में डेरा डाले हुए है। पुलिस के मुताबिक उसका भी अंडरवर्ल्ड से सीधा कनेक्शन है।
सफेदपोश कारोबारियों के काले काम
राजधानी पुलिस कटोरातालाब के जिस खाईवाल के ठिकाने का पता लगाने में जुटी है, वह सफेदपोश कारोबारी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस खाईवाल का इवेंट मैनेजमेंट का काम रहा है। पुलिस को आशंका है कि अभी कुछ और सफेदपोश कारोबारियों का नाम सट्टा में जुड़ सकता है।
आईपीएल मैच पर एक करोड़ का सट्टा खिलवाते पकड़े गए आम्रपाली शांति रेसीडेंसी निवासी संजू उर्फ संजय उर्फ रमेश कुमार त्रेहन को कोर्ट से जमानत मिल गई। संजय के खिलाफ गुढ़ियारी पुलिस ने 4 जुआ एक्ट के साथ ही पृथक से धारा 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किया जहां उसके द्वारा लगाए गए जमानत को मंजूर कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि संजय उर्फ रमेश त्रेहन क्रिकेट सट्टे छोटा खाईवाल है। उसका बॉस भाटापारा का चर्चित खाईवाल नरेश उर्फ नेसी मंधानी है। वह आईपीएल मैच के शुरू होने से पहले नरेश नागपुर में अपना अड्डा जमाकर बैठा है। वह नागपुर से ही रायपुर में दर्जन भर से अधिक बुकियों को बैठाकर आईपीएल के हर मैच पर करोड़ों का दावं लगवा रहा है। नेसी के तार शहर के सबसे बड़े खाईवाल से जुड़े निकले है। कटोरातालाब इलाके का रहने वाले इस खाईवाल के लिंक मुंबई के डी कंपनी से जुड़े निकले है। आईपीएल के अलावा अन्य क्रिकेट मैचों के दौरान वह शहर से महीने तक गायब रहकर मुंबई के ठाणे इलाके में जाकर बैठ जाता है। उसी ने रमेश को नागपुर में बैठाया है। रायपुर समेत आसपास के जिलों में बुकियों के माध्यम से वह करोड़ों की सट्टेबाजी का खेल कर रहा है। संजय ने जब उसके नाम का खुलासा किया तो पुलिस व क्राइम ब्रांच के कान खड़े हो गए। उसके लिंक अंडरवर्ल्ड दाउद गैंग से जुड़े होने के संकेत मिले है। नेसी के जरिए ही जाहिद, श्यामू, हुसैन, मुन्नाा, अनिस तथा राजीत नामक सटोरियों को सट्टे का लाइन देकर करोड़ों के दावं लगवाए जा रहे है। पुलिस इन सभी की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि नरेश के पकड़े जाने की खबर मिलते ही सारे सटोरिए पुलिस के हाथ लगने से बचने भूमिगत हो गए है। फिलहाल नेसी का लोकेशन नागपुर में ही मिले है। उसकी खोज में पुलिस के जासूस लग गए है।
हवाला में भी दखल
पुलिस के जानकार सूत्रों की माने तो आईपीएल-6 के स्पॉट फिक्सिंग में भाटापारा के जिस नेसी मंधानी का नाम सामने आया है, उसके लिंक मुंबई के बड़े खाईवाल से जुड़े हुए है। इसमें एक बड़ा खाईवाल रायपुर का रहने वाला है। वह क्रिकेट पर सट्टा लगवाने के साथ हवाला के कारोबार में भी बड़ा दखल रखता है। हर शनिवार को रायपुर के हवाला कारोबारियों के माध्यम से करोड़ों का भुगतान मुबंई में बैठे उसी खाईवाल के इशारे पर होता है।
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