Wednesday, February 17, 2010

प्रेमिका की हत्या कर मौत को गले लगाया

रायपुर। आरंग थाना क्षेत्र अंतगर्त महानदी के गुदगुदा घाट में एक शादी शुदा आशिक ने अपनी विवाहित प्रेमिका की लाठी से मारकर हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। आरंग थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने बताया कि ग्राम गुल्लु निवासी मृतिका बिजली उपाध्याय (45) का पति चंद्रिका उपाध्याय पिछले 15 सालों से पत्नी को छोड़कर गायब है। बिजली के दो पुत्र जितेन्द्र और किशोर है। जितेन्द्र की शादी हो चुकी है,वह परिवार सहित अलग रहता है जबकि किशोर मां के साथ रहता आ रहा था। वही मूलत: ग्राम समोदा निवासी आरोपी चंदू उर्फ इतवारी साहू(45) पिछले पांच साल से गुल्लु गांव में घर बनाकर अपने छोटे बेटे प्रेमलाल के साथ रहता आ रहा था। उसकी पत्नी कई सालों से पति को छोड़ मायके में बड़े पुत्र संतोष के साथ रहती है। बिजली और चंदू की वैवाहिक कहानी एक सामान होने से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी और बाद में यह प्रेम में बदल गया। पड़ोसी होने के साथ महानदी के गुदगुदा घाट में भी दोनों की भूमि लगी हुई है। पिछले हफ्ते भर से बिजली तरबूज की बाड़ी लगाकर वहीं झोपड़ी बनाकर रह रही थी। प्रेम के फेर में पड़कर चंदू ने भी अपनी बाड़ी में झोपड़ी बना लिया था। दोनों पति-पत्नी के रुप में साथ-साथ रहते थे। गैर मर्द के साथ संबंध को लेकर बिजली का पुत्र जितेन्द्र आपत्ति करता था। इसे लेकर मां-बेटे के बीच मारपीट भी हो चुकी है। सोमवार की सुबह 11 बजे प्रेमलाल खाद पहुंचाने महिला की बाड़ी की ओर गया। झोपड़ी में घुसते ही उसकी आंखे फटी की फटी रह गई। सामने बिजली का शव रक्तरंजित अवस्था में पड़ा हुआ था। उसके सिर में लाठी के दर्जन भर से अधिक वार किए गए थे। प्रेमलाल वहां से अपनी बाड़ी की ओर पिता को घटना की सूचना देने गया। लेकिन झोपड़ी में पिता को न पाकर वह आसपास खोजने लगा। इस दौरान झोपड़ी से सौ मीटर दूर स्थित बबूल पेड़ में पिता चंदू की लाश फांसी के फंदे पर लटकती देख उसके होश गुम हो गए। घटना की जानकारी उसने महिला के पुत्रों के साथ पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि महिला की हत्या की गई है। मृतक चंदू के बनियान में खून के धब्बे लगे होने से यह शंका भी दूर हो गई कि हत्यारा कोई और होगा। थाना प्रभारी के अनुसार चंदू ने अज्ञात कारणों से विवाहित प्रेमिका को मौत के घाट उतारने के बाद झोपड़ी में जाकर गिलास में कीटनाशक दवा उड़ेल उसे पी लिया था और यह सोचकर की कही बच ना जाउ उसने रस्सी से पेड़ में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पुलिस ने झोपड़ी से कीटनाशक की खाली शीशी और गिलास बरामद कर लिया है। दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। मामले में धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।

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