Wednesday, February 17, 2010

छात्रों पर लाठी चार्ज की विस में रही गूंज

अंबिकापुर कालेज का मामला
रायपुर। शासकीय राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर में प्राचार्य के कक्ष में छात्रों पर हुई लाठी चार्ज का मुद्दा मंगलवार को विधानसभा में गूंजा। इस मामले में विपक्ष ने स्थगन ग्राह्य कर चर्चा कराने की मांग की। प्रश्नकाल समाप्त होने के तत्काल बाद कांग्रेस के सदस्य डा। प्रेमसाय सिंह ने छात्रों पर लाठी चार्ज का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि एमए की छात्रा के साथ दुर्व्यवहार के बाद लाठी चार्ज किया गया। इससे घायल कई छात्र अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से स्थगन ग्राह्य करने की मांग की। कांग्रेस के सदस्य टीएस सिंहदेव ने प्रोफेसर राजकमल मिश्रा को दोषी बताते हुए कार्रवाई की मांग उठाई। श्री सिंहदेव ने कहा कि वे उस दौरान वहां मौजूद थे, तब कोई उग्र स्थिति नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रोफेसर अपराधिक प्रवृत्ति के हैं। प्राचार्य के कक्ष में सभी चीजें यथावत रखी हुई थी। दुर्व्यवहार के बाद छात्रा सीता अधिकारी रोते हुए प्राचार्य के कक्ष में गई। पहले तो छात्रों को कमरे में बंद कर पीटा गया। इसके बाद नगर बंद कराने गए छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया। उन्होंने कहा कि इनमें घायल ज्यादातर छात्र एबीवीपी के हैं। इन्हें एसटीएफ के लोगों ने भी पीटा है। कांग्रेस के सदस्य सिंहदेव ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग उठाई। नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे ने कहा कि अंबिकापुर के जिस प्रोफेसर की बात हो रही है, वे लव गुरू की तरह हैं। उनका व्यवहार मटुकनाथ चौधरी जैसा है। नेता प्रतिपक्ष ने उच्च शिक्षा मंत्री से प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों को प्राचार्य कक्ष में बंद कर पीटा गया है। नेता प्रतिपक्ष ने अखबार में छपी फोटो दिखाते हुए कहा कि जो छात्रों को पीटने वाली पुलिस को पहचानें। यह एक गंभीर मामला है। इसलिए कार्रवाई होनी चाहिए। आज बंद रहेंगे राजधानी के सभी महाविद्यालय
पीजी छात्रा के साथ हुए अभद्र व्यवहार का विरोध कर रहे अभाविप के एक कार्यकर्ता का पुलिस की लाठी चार्ज से पैर टूट गया है। जिसके विरोध में अभाविप ने बुधवार को राजधानी के सभी महाविद्यालयों को बंद रखने का आव्हान किया है। वहीं विद्यार्थी परिषद ने भी इसका समर्थन करते हुए छात्रों और प्राचार्यों को सहयोग करने की अपील की है। अंबिकापुर के कॉलेज में पीजी छात्रा के साथ एक प्राध्यापक ने अभद्र व्यवहार किया। जिसका विरोध कर रहे महाविद्यालय के छात्रों और अभाविप के कार्यकर्ताओं के पर पुलिस ने बिना वजह से लाठी चार्ज किया गया। विरोध कर रहे सरगुजा के अभाविप कार्यकर्ता दीपक सिंह तोमर का पैर टूट गया। वहीं विश्वविजय तोमर, अभिषेक सिंह, समीर श्रीवास्तव सहित कई छात्र घायल हुए हैं। जिन्हें अंबिकापुर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। अभाविप के कार्यालय मंत्री में योगेश धुरंधर ने बताया कि पुलिस बिना किसी वजह और आदेश के बिना बेकसूर छात्रों और अभाविप के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजूर व डीएसपी पंकज शुक्ला ने बिना किसी आदेश के छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाई। यह पूर्व योजना के तहत किया गया। इसे लेकर प्रदेश भर के छात्रों में आक्रोश व्याप्त है। अभाविप कार्यकर्ता इस घटना को लेकर न्यायालय और मानवाधिकार के शरण में जाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि अभाविप रायपुर महानगर ने छात्रों के साथ हुए इस अत्याचार के विरोध में बुधवार को राजधानी के सभी कॉलेजों को बंद रखने का आव्हान किया है। वहीं विद्यार्थी परिषद भी इस समर्थन करते हुए प्राचार्यों और छात्रों को सहयोग करने की अपील की है। वहीं इस पूरे घटनाक्रम में दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

No comments:

Post a Comment