Friday, February 5, 2010
चोरी की गाड़ियों का रायपुर में रजिस्ट्रेशन
रायपुर। यूपी में चालक की हत्या कर चोरी की ट्रक को खपाने के मामले में तीन युवकों को यूपी पुलिस ने राजधानी पुलिस के सहयोग से सिमगा व कोरबा में गिरफ्तार कर लिया है। इनकी गिरफ्तारी से रायपुर में सक्रिय अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा हुआ है। वहीं रायपुर आरटीओ दफ्तर के कर्मचारियों और एजेंटों के बीच गडबड़झाले के रिश्ते परत दर परत खुलने लगी है। यूपी पुलिस द्वारा जब्त पांच गाड़ियों की बोगस एनओसी में से चार के दस्तावेज रायपुर आरटीओ से ही तैयार होने की पुष्टि भी हुई है। हाल ही में हरियाणा और यूपी से चोरी गई 20 ट्रकों का यहां वैध रजिस्टेÑशन करने के मामले की जांच भी पूरी नहीं हो पाई थी कि चार बोलेरो गाड़ी की बोगस एनओसी देने के मामले ने पूरे आरटीओ स्टाफ में खलबली मचाकर रख दी है। उल्लेखनीय है कि हरिभूमि ने लगातार आरटीओ दफ्तर में चल रहे गोरखधंधे के इस खेल को प्रमुखता के साथ उठाकर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया था, तब जाकर पुलिस और परिवहन विभाग की नींद खुली। एएसपी (सिटी) रजनेश सिंह ने फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए बताया कि एक माह पूर्व मेरठ जिले के मुठाली थाना क्षेत्र के जसौटी,गजरौला में ट्रक चालक बबलू पाल वल्द विशम्भर पाल की हत्या कर हत्यारे ट्रक क्रमांक एचआर 55 एफ 3345 को लेकर भाग गए थे। यह गाड़ी गाजियाबाद जनपद अंतर्गत ज्योतिबा फुले नगर निवासी मूलचंद पाल की थी। जांच के दौरान यूपी पुलिस को जानकारी मिली कि चोरी की गाड़ी रायपुर में हैं। गजरौला के थानेदार प्रीतम सिंह ने रायपुर पुलिस से संपर्क कर सहयोग मांगा। वे दल बल के साथ पिछले दिनों यहां पहुंचे। इस बीच स्थानीय पुलिस ने आरटीओ दफ्तर जाकर जांच की। पुलिस को उस समय हैरत हुई जब यूपी से चोरी गई ट्रक का फर्जी तरीके से रजिस्टेÑशन यहां मूलचंद पाल के नाम से ही होना पाया। मामले में आरटीओ एजेंट रहमानिया चौक निवासी मुश्ताक अहमद, इरफान की भूमिका चौंकाने वाली थी। दोनों ने स्थानीय निवासी मोहसीन खान के साथ मिलकर 50 हजार में चोरी की ट्रक का फर्जी रजिस्टेÑशन कराकर नया नंबर भी एलाट करा लिया था। मुश्ताक, इरफान को सिमगा में चोरी की ट्रक के साथ पकड़ा गया। जबकि कोरबा में एक अन्य ट्रक के साथ मोहसीन खान को गिरफ्तार कर यूपी पुलिस अपने साथ ले गई। पूछताछ में मोहसीन ने ट्रक को छह लाख में खरीदना बताया। शंका है कि वह चोरी की वाहनों का फर्जी दस्तावेज तैयार कराने में भी शामिल है। 00 हत्यारों से मिला सुरागट्रक चालक बबलू पाल की हत्या कर ट्रक पार करने वाले हत्यारे जेपीनगर, यूपी निवासी आबिद, मजिद, इफ्तार की गिरफ्तारी से यूपी पुलिस को सुराग मिला कि चोरी का ट्रक रायपुर में खप गया है। यूपी पुलिस ने क्राइम स्क्वॉड और जिला पुलिस के सहयोग से आखिरकार तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिरोज खान की तलाश जारी है। 00दफ्तर में घंटों जांच आरटीओ दफ्तर में चल रहे फर्जीवाड़े की जांच करने पुलिस ने घंटों दस्तावेजों को उलट-पुलट कर देखा। मौके पर संभागीय क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जीडी पांडेय भी मौजूद थे। यूपी पुलिस द्वारा पकड़े गए वाहनों के नंबरों के आधार पर दस्तावेजों की जांच के दौरान दस चक्का ट्रक, लक्जरी कार व जीप मॉडल की गाड़ियों के अवैध रजिस्टेÑशन के अलावा बोगस एनओसी देने का खुलासा हुआ। यूपी में पकड़ी गई गाड़ियों के कोरबा, रायगढ़, दुर्ग, कांकेर, जशपुर नगर की पासिंग नंबर के दस्तावेज फर्जी निकले। उक्त वाहनों में से चार गाड़ियों की एनओसी, टेंप्रेरी रजिस्टेÑशन व एडेÑस चेंज आदि दस्तावेज बोगस थे। यूपी पुलिस के वापस लौट जाने के बाद राजधानी पुलिस अंतर्राज्यीय वाहन चोरों पर शिकंजा कसने की तैयारी में लग गई है। एक टीम यूपी मे डेरा डालकर बैठ गई है। दोनों राज्यों की पुलिस तालमेल बनाकर वहां सीजी पासिंग और यहां यूपी पासिंग वाले छोटे-बड़े वाहनों के रजिस्टेÑशन, एनओसी की पड़ताल करने में जुटी है। इससे आने वाले समय में दर्जन भर वाहनों के साथ चोर गिरोह का पकड़ा जाना तय है।अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध एएसपी सिटी रजनेश सिंह ने पूरे मामले में आरटीओ के अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध माना है। एनओसी व रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में सील, हस्ताक्षर किए जाते हंै,जो फर्जी निकले।
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