Friday, February 5, 2010
जप्त हथियारों का जखीरा नेपाल के माओवादियों का?
रायपुर। जशपुर जिले के लोदाम स्थित सेल टैक्स बेरियर पर पकड़े गए हथियार एवं विस्फोटक रासायन से भरे ट्रक का संबंध नेपाल के माओवादियों से होना बताया जा रहा है। पुलिस की जांच में भी इसकी पुष्टि हो रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि नेपाल के माओ वादियों द्वारा छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बड़े पैमाने पर आतंक फैलाने के लिए यह सामाग्रियां बस्तर के नक्सलियों को भेजी जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि नेपाल में माओवदियों का ही साम्राज्य है। वे बुलेट छोड़ बैलेट के सहारे सत्ता में आए हैं। पुलिस के खुफिया विभाग ने प्रारम्भिक रिपोर्ट में यह खुलासा किया है कि नक्सलियों द्वारा उपयोग किये जाने वाले विस्फोटकों में जप्त किए गए रासायनिक घोल का प्रयोग किया जाता है। यह रासायनिक घोल व कारतूस बस्तर के नक्सलियों की मांग पर आपूर्ति की जा रही थी। बिहार की राजधानी पटना में डेरा डाले जशपुर पुलिस की टीम ने ट्रक इंजन व चेचिस क्रमांक के आधार पर ट्रक मालिक का पता लगा लिया है यह ट्रक कंकड़बाग इलाके में रहने वाले प्रापर्टी डीलर अरविंद शर्मा बताया गया है। जशपुर थानेदार गोपाल वैश्य की टीम ने पटना पुलिस की मदद से अरविंद शर्मा के ठिकाने पर दबिश दी परंतु वह पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही भागने में सफल रहा। ट्रक मालिक के फरार होने के बाद पुलिस ने उसके घर को सील कर दिया है। पुलिस का कहना है कि अरविंद शर्मा पश्चिम बंगाल की ओर निकल गया है। छापामारी के दौरान पुलिस को मिले दस्तावेजों एवं साक्ष्यों के आधार पर यह संकेत मिले हैं कि नेपाल के माओवादियों ने बस्तर में लम्बे समय से तबाही मचा रहे नक्सलियों की मदद करने हथियार और विस्फोटक रासायन से भरे तीन ट्रक भेजे थे, जिसमें से दो ट्रक आसानी से बिहार, झारखंड से होते सरगुजा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र बरगढ़ से सामरी, कुसमी, आस्ता, मनौरा होकर रायगढ़ जिले से बस्तर की ओर पहुंचाये जा चुके हैं। जबकि इसी रास्ते से आते समय लोदाम बैरियर में तीसरा ट्रक पकड़ा गया है। हलांकि इस मामले में जशपुर एस पी एआर कोर्राम ने कुछ भी कहने से इंकार किया है, उन्होंने बताया कि जांच दल जब तक वापस आकर रिपोर्ट नहीं देता तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, वहीं आई जी सरगुजा रेंज आर एस पटेल ने कहा है कि जप्त रसायन पश्चिम बंगाल की फैक्टरी के बने हैं। रसायन की बोतलों में लगे बैच क्रमांक लेकर एक टीम वहां भेजी गई है, टीम यह पता कर रही है कि यह सामान किसे और कहां भेजा जा रहा था।
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