कुमार सतीश
राजधानी को रात के वक्त अपराधियों से सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त बलों की व्यवस्था की जाएगी। इसके तहत बल की व्यवस्था करने की कवायद शुरू कर दी गई है। रात में पाइंट ड्यूटी के लिए तैनात जवानों की संख्या दोगुने करने पर विचार किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा नक्सली समस्या के लिए चलाए जाने वाले आपरेशन ग्रीन हंट के तहत राजधानी की सुरक्षा और भी मजबूत करने के लिए ही जवानों की संख्या दोगुनी करने पर विचार किया जा रहा है।वर्तमान में राजधानी के 15 प्रमुख चौक-तिराहों पर इंसासधासी 30 जवानों को तैनात किया गया है। जवानों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे ड्यूटी के दौरान हर वक्त सजग इनका काम रात 11 बजे से शुरू होकर सुबह 6 बजे तक चलता है। हाल ही में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जवानों को कम वजन के हथियार मुहैय्या कराए गए हैं। इसके तहत जवानों को पूर्व में दिए गए थ्री नॉट थ्री रायफल वापस लेकर उन्हें आटोमेटिक हथियार इंसास थमाए गए हैं। बताया जाता है कि विभाग शीघ्र ही इन जवानों की संख्या को दोगुना करेगा। इसका प्रमुख शहर के साथ-साथ तैनात जवानों के हथियारों की सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत करना है। बताया जाता है कि पाइंट ड्यूटी पर तैनात दो जवानों में से यदि एक अवकाश पर चला जाए, तो दूसरे को अप्रत्यक्ष रूप से ड्यूीट पर नहीं जाने की बात कह दी जाती है। इसका कारण उक्त जवान के पास रखे अत्याधुनिक हथियार की सुरक्षा करना है। बताया जाता है कि विभाग हथियारों को लेकर किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं लेना चाहता है। यदि इन हथियारों को लूट लिया गया, तो लुटेरे द्वारा कोई भी गंभीर अपराध को अंजाम दिया जा सकता है। तैनात किए गए सभी जवानों को यह सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे रात के वक्त अपने-अपने पाइंट की खासी निगरानी करें। कोई भी व्यक्ति यदि संदिग्ध अवस्था में घूमता हुआ पाया जाए, तो उससे पूछताछ की जाए। राजधानी को रात के वक्त अपराधियों से सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त बलों की व्यवस्था की जाएगी। इसके तहत बल की व्यवस्था करने की कवायद शुरू कर दी गई है। रात में पाइंट ड्यूटी के लिए तैनात जवानों की संख्या दोगुने करने पर विचार किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा नक्सली समस्या के लिए चलाए जाने वाले आपरेशन ग्रीन हंट के तहत राजधानी की सुरक्षा और भी मजबूत करने के लिए ही जवानों की संख्या दोगुनी करने पर विचार किया जा रहा है।
नींद आएगी,तो उड़ेगा चैन
जवानों को रात के वक्त मुस्तैदी से पाइंट पर नजर हिदायत दी गई है। इस दौरान उन्हें यह ध्यान रखना है कि उनके क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अपराधिक घटनाएं घटित न हो सके। किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि होने पर तत्काल कंट्रोल को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं। ड्यूटी के दौरान यदि कोई भी जवान सोता हुआ या आराम फरमाता हुआ पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक नियंत्रण के नाम पर अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। मामले को लेकर आईजी डीएम अवस्थी ने निर्देश दिए कि चालानी कार्रवाई में पूरी ईमानदारी बरती जाए। इसमें किसी भी प्रकार अनियमितता की शिकायत पाए जाने पर संबंधित कर्मचारी या अधिकारी की तत्काल बर्खास्तगी होगी। अवैध वसूली के लिए बदनाम हो चुकी पुलिस पर लगाम कसने के लिए आईजी श्री अवस्थी ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इस क्रम में अब पीड़ित जनता उनसे सीधे अवैध वसूली की शिकायत कर सकती है। उनकी शिकायत पर तत्काल जांच के निर्देश जारी कर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विदित हो कि ट्रैफिक नियम का पालन कराने के लिए तैनात किए गए पुलिस कर्मियों द्वारा खुलेआम अवैध वसूली की जाती है।
Sunday, February 14, 2010
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