Sunday, July 14, 2013

लोहा कारोबारी बाप-बेटे से घंटों पूछताछ


0 नकली सरिया बनाने से इंकार, कहा-मैनेजर देखता था सारा काम
 सेल का नकली सरिया बनाने के मामले में गुढ़ियारी थाने में  रिमांड पर रखे गए लोहा कारोबारी ललित अग्रवाल और उसके बेटे पंकज अग्रवाल से पुलिस अफसरों ने गुरुवार को घंटों पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बाप-बेटे ने नकली सरिया बनाने के बारे में कोई भी जानकारी न होने की बात कहते हुए सारा दोष फैक्ट्री मैनेजर प्रदीप अग्रवाल तथा अन्य कर्मचारियों पर मढ़ दिया। उनका कहना था कि फैक्ट्री का सारा काम मैनेजर ही देखता था, इसलिए उसे ही मालूम होगा। गौरतलब है कि पुलिस ने नकली सरिया बनाने के मामले में ललित व पकंज के अलावा मैनेजर प्रदीप अग्रवाल को भी आरोपी बनाया था। प्रदीप की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है, फिलहाल वह जेल में है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी बाप-बेटे की गोंदिया, महाराष्ट्र के एक होटल से गिरफ्तारी के बाद बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेशकर पूछताछ के लिए चार दिन की पुलिस रिमांड पर गुढ़ियारी थाने में रखा गया है। रात में दोनों से प्रारंभिक पूछताछ में कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई। गुरुवार को दोपहर में सीएसपी उरला सुभाष सिंह. एसआईसी प्रभारी अशोक जोशी तथा दोनों थाने के टीआई की मौजूदगी में घंटों पूछताछ की गई। अफसरों ने दोनों से यह पूछा कि सेल का नकली डाई कहां से बनवाया या मंगवाया था और नकली सरिया किन-किन जगहों पर खपाया गया। इस पर पकंज ने कहा कि पंजाब से डाई का रोल आता है, उसका खांचा यहीं बना है। हालांकि नकली सरिया बनाने से इंकार करते हुए उसने कहा कि इस बारे में जानकारी नहीं है, सारा काम मैनेजर ही देखता था, इसलिए उससे ही सारी सच्चाई का पता लगेगा। बाप-बेटे ने सरिया की ज्यादातर सप्लाई छत्तीसगढ़ के विभिन्ना जिलों के अलावा मध्यप्रदेश व राजस्थान में करना बताया।
रात में आते थे घर
2 अप्रैल को सेल की विजिलेंस टीम की सूचना पर पुलिस ने गुढ़ियारी गोगांव स्थित पंकज स्टील और अलंकार एलॉयज बोरझरा रोड, उरला में एक साथ छापामार कार्रवाई की थी। दोनों जगहों से सेल के नकली मार्का वाले 548 टन सरिया जब्त किए गए थे, जिसकी कीमत दो करोड़ स्र्पए बताई गई थी। पुलिस को फैक्ट्रियों से सेल के आठ नकली डाई (मुहर) भी मिले थे। इसके बाद से आरोपी बाप-बेटे पुलिस की गिरफ्त से बचने अंडर ग्राउंड हो गए थे। पूछताछ में उन्होंने कहा कि वे शुरू के कुछ दिनों तक रात के समय घर पर आते थे और सुबह होने से पहले निकल जाते थे। फरारी के दौरान दोनों ने ज्यादातर समय महाराष्ट्र के नागपुर, गोंदिया में गुजारे। कुछ दिनों से पुलिस का दबाव बढ़ने पर वे जगह-जगह बदल-बदल कर छिप रहे थे।
वर्जन-
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। विभिन्ना बिंदुओं पर अभी और पूछताछ की जानी है। इसके बाद ही सारी स्थिति क्लियर होगी।
सुभाष सिंह
सीएसपी, उरला
 

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