दस्य श्याम सुंदर दास ने विधानसभा में सवाल पूछा कि प्रदेश में 4 सालों में
कितनी लड़कियां गायब हुई हैं और इनमें से कितनी वापस आई हैं। इसके लिखित
जवाब में गृहमंत्री ने बताया कि रायपुर 1498, बलौदाबाजार से 495, महासमुंद
से 266, धमतरी से 192, दुर्ग से 979, बालोद से 153, बेमेतरा से 133,
राजनांदगांव से 405, कबीरधाम से 133, गरियाबंद से 142, बिलासपुर से 985,
मुंगेली से 113, रायगढ़ से 529, जांजगीर चांपा से 467, कोरबा से 347,
सरगुजा से 356, जशपुर से 271, कोरिया से 410, बलरामपुर से 193, सूरजपुर से
271, जगदपुल से 448, कोंडागांव से 22, दंतेवाड़ा से 51, सुकमा से 19,
कांकेर से 161,बीजापुर से 28 नारायणपुर से 18 लड़कियां गुम हुई इनमें से
7832 को वापस उनके माता-पिता को सौंप दिया गया। बाकी की तलाश जारी है।इनमें से कई लड़कियां देह के धंधे में जाने से इंकार नहीं किया जा सकता।
उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले से ही लगातार मानव तस्करी की खबरें आ रही हैं। पिछले दिनों ही जशपुर की चार लड़कियों को दिल्ली से पकड़कर लाया गया। इन
जिलों में प्लेसमेंट एजेंसी के नाम पर दलाल लड़कियों को लालच देते हैं और
वह लालच में आकर खुद से धोखा कर जाती कुछ दिन पहले एक युवती ने अपनी दास्तां सुनाई थी। पीडि़त युवती ने बताया कि
उसके मां-बाप बचपन में ही गुजर गये थे। उसके बाद से वह दूसरों के घर में
चौका बर्तन कर अपना पेट पालती थी। उसने पुलिस को बताया कि इस दौरान उसकी
मुलाकात तीन युवकों से हुई। उसने तीनों का नाम गोविंद, गुटी गाडा, राजकुमार
के रूप में बातया। पीडि़ता ने बताया कि तीनों युवकों ने उससे बोला कि
नागपुर में उसका दोस्त है वह उससे उसकी शादी करा देंगे। गरीब को सहारा दिखा
और वह उनपर भरोसा कर नागपुर आ गई। नागपुर आने के बाद तीनों युवकों ने कमला
बघेल व नत्थु बघेल से 1.20 लाख में उसका सौदा कर दिया और 20 हजार नगद ले
लिया व 1 लाख चार माह बाद लेने की बात कही। उसने पुलिस को बताया कि
राजकुमार ने एक साल पूर्व अपनी खुद की बेटी को भी नागपुर में देह व्यापार
के धंधे में रुपए की लालच में धकेल दिया था।
इन लड़कियों को एक बार इन गलियों में आ जाने के बाद लौटना मुश्किल हो
जाता है और वह धंधे में फंसती चली जाती हैं, कई लड़कियां घरेलू काम में लग
जाती हैं और कई अपना शरीर बेचने को मजबूर हो जाती हैं।
इन लड़कियों को एक बार इन गलियों में आ जाने के बाद लौटना मुश्किल हो
जाता है और वह धंधे में फंसती चली जाती हैं, कई लड़कियां घरेलू काम में लग
जाती हैं और कई अपना शरीर बेचने को मजबूर हो जाती हैं।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा लड़कियां रायपुर जिले से ही गायब
हुई हैं, यह जानकारी छग विधानसभा में एक सवाल के जवाब में सामने आई है।
प्रदेश में गुम लड़कियों और महिलाओं के मामले में रायपुर जिला अव्वल है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश से महिला और युवतियों की तस्करी के मामले लगातार
सामने आ रहे हैं। यहां से लड़कियां राजधानी दिल्ली तक में सप्लाई की जा रही
हैं।
kumar satish
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