0 दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई तक धंधा
हवाला के गोरखधंधे में छत्तीसगढ; की राजधानी टॉप टेन रैंक हासिल कर चुकी है। देश को टैक्स का नुक्सान और काली कमाई राज्य से ठिकाने लगाने में हवाला कारोबारियों की अहम भूमिका है। इसमें छत्तीसगढ; की राजधानी रायपुर का हवाला कारोबार अब 500 करोड; के आंकड;े को पार कर चुका है। छत्तीसगढ; के पांच बड;े और व्यवसायीक केंद्र माने जाने वाले शहर में भी इस धंधे ने पैर पसार लिया है। नेता, मंत्री, आला अफसर और व्यापारियों का पैसा ठिकाने लगाने वालों का रैकेट अब दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, अहमदाबाद मेें भी पैर जमा चुका है। देश के किसी भी कोने में बेहिसाब काली कमाई को पहुंचाने का माद्दा रखने वाले हवाला कारोबारियों के ऐजेंट राजधानी में बेखौफ हैं। राज्य निर्माण से लेकर आज तक हवाला के धंधे में कई रसूखदार भी शामिल हो गए हैं।
हवाला में दस कारोबारी
राजधानी में 3 बड;े सराफा व्यवसायी काली कमाई को ठिकाने लगा रहे हैं। इन लोगों के पास नेता और आला अफसरों की कमाई को दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद मेें भी पैर जमा चुका है। देश के किसी भी कोने में बेहिसाब काली कमाई को पहुंचाने का माद्दा रखने वाले हवाला कारोबारियों के ऐजेंट राजधानी में बेखौफ हैं। राज्य निर्माण से लेकर आज तक हवाला के धंधे में कई रसूखदार भी शामिल हो गए हैं।
हवाला में दस कारोबारी
राजधानी में 3 बड;े सराफा व्यवसायी काली कमाई को ठिकाने लगा रहे हैं। इन लोगों के पास नेता और आला अफसरों की कमाई को दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद तक पहुंचाने का काम है। आधा दर्जन बड;े बिल्डरों के प्रोजेक्ट में भी अफसर, नेता और मंत्रियों का पैसा लगा है। गलत तरीके से कमाई रकम नए प्लांटों में भी बतौर ब्याज और शेयर के रूप में लगी हुई है। नंबर दो के पैसों को एक नंबर में लाने की मुहीम में दस कारोबारियों की खास भूमिका है।
पुलिस के हांथ कांप रहे
रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव, रायगढ; और बिलासपुर के कितने व्यापारी हवाला कारोबार से जुड;े हैं यह पुलिस जानती है। ऐसा नहीं है कि पुलिस और आयकर विभाग या ईओडब्ल्यू के पास ऐसे लोगों की फेहरिस्त नहीं है। लेकिन कार्रवाई के नाम से ही वर्दी वालों के हाथ कांप जाते हैं। क्यों कि जिनकी काली कमाई ये कारोबारी ठिकाने लगा रहे हैं उनमें कई आईपीएस और आईएएस भी हैं। जमीन, मकान, पॉवर प्रोजेक्ट में तकरीबन 1500 करोड; रुपए ऐसे ही लोगों के है।
दिल्ली और नागपुर में लगा पैसा
नागपुर की ऑरेंज सिटी में 1-1 एकड; में फैले बंगले की बुकिंग यहां के 7 आईपीएस-आईएएस ने खरीदे हैं। इसकी जासूसी भी दो साल पहले पुलिस की गुप्तचर शाखाओं के जरिए करवाई गई थी। एसबी के खास जासूस बाकायदा नागपुर भेजे गए थे। इसी तरह दिल्ली में भी नई पॉश कॉलोनियों में यहां के पुलिस अधिकारियों ने आलीशान कोठी खरीदे हैं। खंडाला में भी निर्मित हिल टॉप पर कॉलोनी प्रोजेक्ट में यहां के अफसर, मंत्रियों का पैसा लगा है।
करोड;ों का लेनदेन
रायपुर में बैठे बैठे देश के किसी भी कोने में करोड;ों रुपए दिलाने का माद्दा रखने वाले हवाला कारोबारियों के कई तरीके हैं। महज दस रूपए की नोट का एक टुकड;ा, कूटभाषा या कोडवर्ड, मोबाईल नंबर के जरिए एक से दूसरे राज्यों में पैसों का लेनदेन हो रहा है। इस काम के लिए लाख रुपए में महज 500 रुपए कमीशन कमाने वाले हवाला कारोबारी सरकारी खजाने को चूना लगाने में लगे हैं। आयकर, वाणिज्य कर, वैट और बैंक का टैक्स को हवाला नुक्सान पहुंचा रहा है।
कुरियर सर्विस भी जरिया
रेलवे का पार्सल और कुरियर सर्विस भी काली कमाई के लिए पहचाना जा रहा है। हाल ही में मुंबई में पकड;ाए 4 मेटाडोर भरकर जेवरात और नगदी कुरियर सर्विस की ही थी। इसी तरह दिल्ली की आरपीएफ विजलेंस टीम ने राजधानी रायपुर के एक रेलवे पार्सल ठेकेदार के घर से 5 बोरी नगदी जब्त कर ले गई है। इसकी खबर सार्वजनिक होने के बाद भी पुलिस और आयकर विभाग कुंभकर्णी नींद से जागे नहीं।
धंधा है पर गंदा है ये
0 आरपीएफ को नागपुर में बोराभरकर नगदी मिली
0 बिलासपुर में सोने के जेवरात से भरा बैग मिला
0 रायपुर के पार्सल दलाल के घर से मिली 5 बोरी नगदी
0 दिल्ली की आरपीएफ टीम ने बोला था धावा
0 रायपुर पुलिस को 4 महीने पहले मिले थे हवाला के 25 लाख
0 पंडरी कपड;ा मार्केट में हवाला कारोबारी अमर आहुजा व भतीजा की हत्या हुई
0 राजनांदगांव का कारोबारी कोठारी एमसीएक्स, हवाला किंग राजधानी में
0 तीन बड;े सराफा व्यापारी भी कर रहे काली कमाई का हवाला
0 पुलिस और आयकर विभाग के पास है 10 हवाला कारोबारियों की फेहरिस्त
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