Wednesday, April 7, 2010

राजधानी में एक और बैंक डकैती


15 मिनट के भीतर 26.50 लाख लूट ले गए हथियारबंद डकैत
रायपुर। मंगलवार की दोपहर राजधानी में एक और बैंक डकैतों के हाथों लुट गया। कमजोर सुरक्षा व्यवस्था का फायदा उठाकर हथियारबंद डकैतों ने राजधानी के सबसे सुरक्षित समझे जाने वाले पंडरी कपड़ा मार्केट स्थित स्टेट बैंक पंडरीतराई शाखा में दिनदहाड़े धावा बोला। डकैत बैंक मैनेजर, कर्मचारियों समेत ग्राहकों को कट्टे से कवर करते हुए कैश काउंटर और चेस्टरूम में रखे 25 लाख रुपए लेकर भाग निकले। इसके अलावा दो ग्राहकों से भी डेढ़ लाख रुपए लूट ले गए। डकैती की इस वारदात को डकैतों ने बमुश्किल 15 मिनट के भीतर अंजाम दिया। वारदात से पूर्व बैंक में लगे पांच सीसी कैमरे डिस्कनेक्ट कर दिया गया था। डकैत किस रास्ते से और किस वाहन से भागे हैं, यह अब तक अंधेरे में है। बहरहाल सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटने की तर्ज पर पुलिस के आला अधिकारी कड़ी नाकेबंदी के दावे जरूर करते दिख रहे हैं। राजधानी के भीड़भाड़ वाले पंडरी कपड़ा मार्केट के गेट नंबर दो से लगे स्टेट बैंक पंडरीतराई शाखा रोज की तरह मंगलवार को दोपहर 12 बजे खुला। सवा बारह बजे करीब पांच हथियारबंद डकैतों ने बैंक के भीतर प्रवेश किया। उस समय बैंक मैनेजर समेत 19 कर्मचारी और 20 से 25 ग्राहक मौजूद थे। रुमाल और गमछे से चेहरा छुपाए डकैतों ने सबसे पहले बैंक में मौजूद ग्राहकों को कट्टे से कवर कर एक-एक करके सभी का मोबाइल एकत्र कर लिया। इस बीच एक डकैत ने अलार्म का बटन दबाने से पूर्व कैबिन में बैठे मैनेजर राजेश भटनागर को कट्टा दिखाकर एक ओर होने को कहा। धक्का देकर कुछ को जमीन पर लिटाने के साथ मैनेजर समेत 20-25 लोगों को स्ट्रांग रूम में बंद करके डकैतों ने अपने साथ लाए दो बैग में कैश काउंटर और चेस्टरूम में रखे 25 लाख के नोटों के बंडलों को भरने के साथ ही वहां से भागने में देर नहीं की। जब बैंक मैनेजर को पूरा यकीन हो गया कि डकैत जा चुके हैं तब उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम,थाने और आला अफसरों को दी। जब तक घटनास्थल पर पुलिस पहुंच पाती, डकैत कपड़ा मार्केट से निकलकर मुख्य मार्ग से होते हुए भाग चुके थे। एसपी अमित कुमार, सीएसपी जीएस बाम्बरा, एएसपी क्राइम आईएच खान, रजनेश सिंह समेत अन्य आला पुलिस अधिकारी दल बल के साथ बैंक पहुंचे। उन्होंने बैंक मैनेजर व कर्मचारियों से घटना के बारे में तीन घंटे तक विस्तार से पूछताछ की। तीन डकैतों को एक साथ बैंक के समीप खड़ी बिना नंबर की बाइक और दो अन्य को बैग लेकर विपरित दिशा की ओर पैदल जाते हुए कुछ लोगों ने देखे जाने की पुष्टि की है।


ग्राहकों के पैसे भी लूटे


बैंक में डकैती की वारदात के समय बैंक में एक लाख नौ हजार जमा करने आए सत्यनारायण शर्मा (50) को डकैतों ने घेर लिया था। श्री शर्मा ने बताया कि उन्होंने केश काउंटर में पैसे जमा कर दिया था, रसीद लेने के लिए खड़े थे, तभी एक डकैत ने उनके रुपए को काउंटर से उठाकर बैग में डाला और धक्का देते हुए एक तरफ खड़े होने को कहा। इसी दौरान राजेश जोशी से 25 हजार,शंकरनगर स्थित गंगोत्री स्टील के पोस्ट मैनेजर तेजनाथ देवांगन भी डकैतों के बीच फंस गए थे। उन्होंने बताया कि वे बैंक की सीढ़ी चढ़ ही रहे थे कि सामने से आ रहे एक युवक को नकाबपोश डकैत ने रोककर धक्का देते हुए वापस भीतर चलने को कहा। इससे पहले की माजरा ससझ में आता उस पर कट्टाधारी नकाबपोश की नजर पड़ी। उसने हाथ में रखे 28 हजार 5 सौ रूपए से भरे बैग को छीनकर साथ चलने को कहा। भयवश वे बैंक के भीतर घुसे तो देखा, कि सामने पांच-छह डकैतों ने 40 से 45 लोगों को हथियार के बल पर किनारे कवर कर रखा था। फैक्ट्री मैनेजर के मुताबिक अज्ञात डकैतों की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच की है। सभी ने टोपी, चश्मा व नकाब पहन रखा था और भोजपुरी टोन में बात कर रहे थे। बैंक कर्मी का मोबाइल ले गए


बैंक में घुसते ही डकैतों ने सबसे पहले सभी बैंक कर्मियों और ग्राहकों के मोबाइल छीन लिए थे। हालांकि सभी के मोबाइल जाने से पहले डकैतों ने लौटा दिए। केवल बैंक कर्मी एके रावत का मोबाइल वे साथ ले गए। बैंक मैनेजर राजेश भटनागर ने बताया कि सोमवार को 25 लाख का हिसाब-किताब क्लोजिंग किया गया था। चेस्ट रूम में रखे इस पूरे रकम को डकैत ले गए। पांच डकैत बैंक के भीतर घुसे थे, जबकि एक मेन गेट पर तैनात था। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने एक अन्य को नीचे देखे जाने की जानकारी दी है।


लाखों ले जाते दो फंसे


दिनदहाड़े बीच शहर में बैंक डकैती की खबर मिलते ही पुलिस की टीम चारों दिशाओं में फैल गई थी। जांच के दौरान दो लोगों के पास लाखों की रकम देख पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की। एएसपी ने बताया कि कचना रोड में एक निजी कंपनी के कांट्रेक्टर के पास पांच लाख और पगरिया काम्पलेक्स के पास खड़ी तवेरा में सवार छिंदवाड़ा के युवकों के पास दो लाख मिलने पर पूछताछ के बाद तस्दीक होने पर उन्हें छोड़ा गया। एसपी अमित कुमार ने बताया कि बैंक डकैती की वारदात में प्रोफेशनल बिहारी गैंग के शामिल होने की आशंका है। उनके बोलचाल में बिहारी होने की पुष्टि लोगों ने की है। सुंदरनगर और उरला में हुई बैंक डकैती की तर्ज पर यहां भी डकैती डाली गई है। डकैतों को पकड़ने शहरभर में कड़ी नाकेबंदी के साथ संभावित ठिकानों पर पुलिस की पांच टीम भेजी गई है। वारदात करने से पूर्व बैंक में लगे पांचों सीसी कैमरों का डकैतों ने पावर आफ कर दिया था।बैंक डकैतों को पकड़ने के लिए पुलिस की पांच टीम गठित की गई है। इस टीम में एएसपी (पूर्व) रजनेश सिंह, एएसपी क्राइम आईएच खान, क्राइम ब्रांच निरीक्षक रमाकांत साहू, टीआई डीडीनगर राजेश जॉन, टीआई गंज एनपी उपाध्याय तथा स्टाफ शामिल किए गए है। पुलिस की ये टीमें सुंदरनगर और उरला बैंक डकैती में शामिल गिरोहों पर फोकस करके जांच में जुट गई है। राजधानी में अधिकांश बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। बैंक इतने असुरक्षित ढंग से संचालित हो रही हैं कि जब चाहे कोई भी डकैती डालकर आसानी से निकल सकता है। बैकों में सुरक्षा गार्ड, सीसी कैमरा, सायरन, अलार्म आदि की व्यवस्था को नजरअंदाज करके बैंक प्रबंधन रोज लाखों की लेनदेन करता है। कमजोर हो चली इस व्यवस्था के चलते ही डकैत बैंकों में बेधड़क धावा बोलकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं।


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